बलरामपुर जिलें में बह रही राप्ती नदी के बाढ़ का पानी शहर में आने से रोकने के लिए 23.38 करोड़ रुपये से तटबंध निर्माण की कार्ययोजना तैयार की गई है। राप्ती नदी के दायें तट पर सिसई घाट से कोड़री घाट गांव तक पक्का तटबंध निर्माण कराया जाएगा, जिससे लोगों को नदी के किनारे से आवागमन करने का भी मौका मिलेगा।
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राप्ती नदी की बाढ़ से शहर की डेढ़ लाख आबादी के साथ सदर तहसील में 126 गांवों के 70 हजार से अधिक आबादी को सुरक्षा दिलाने की तैयारी की जा रही है। सिसई घाट से कोड़री घाट पुल तक सीधा बांध निर्माण कराने का खाका तैयार किया गया है। बांंध बनाकर उसका डामरीकरण किया जाएगा। 23 करोड़ 48 लाख 23 हजार रुपये की कार्ययोजना से सिसई घाट से कोड़री घाट पुल तक तटबंध का निर्माण होने से नगर में राप्ती नदी के बाढ़ का पानी आने का खतरा टल जाएगा।
अभी तक नहीं है कोई तटबंध
अभी तक बलरामपुर शहर व राप्ती नदी के बीच में बाढ़ को रोकने वाला कोई बांध नहीं है। इससे बाढ़ का पानी शहर में तबाही मचाता है। अक्तूबर 2022 की बाढ़ में पूरा शहर जलमग्न हो गया था। जुलाई 2024 में भी शहर के कुछ इलाकों में पानी आ गया था।
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शहर के साथ गांवों को भी मिलेगी सुरक्षा
बलरामपुर देहात के पूर्व प्रधान बलजीत पांडेय ने बताया कि सिसई घाट से कोड़री घाट तक पक्का तटबंध निर्माण होने से शहर के साथ करीब 126 से अधिक गांवों को भी राप्ती नदी की बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी। साथ ही तुलसीपुर से बहराइच व श्रावस्ती जाने वालों बड़े वाहनों को शहर के अंदर से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। इससे यातायात का दबाव घटेगा।
बजट मिलने पर शुरू कराया जाएगा काम
सिसई घाट से कोड़री घाट तक पक्का तटबंध निर्माण कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन से बजट मिलने पर काम कराया जाएगा।