बलरामपुर जिलें में जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में आई बाढ़ के समय मेवालाल तटबंध (एमएलटीडी) पर बचाव कार्यों में लापरवाही बरतने पर बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता जेके लाल को प्रमुख सचिव के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। ढाई करोड़ रुपये का बजट होने के बावजूद जान-बूझ कर गैपों को पूरा न कराने का आरोप है। उन्हें प्रदेश मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। साथ ही सहायक अभियंता प्रीतम लाल व अवर अभियंता अनिल गौतम को भी लापरवाही में निलंबित किया गया है। हालांकि, इन दोनों के निलंबन की पुष्टि के लिए अधिकारी पत्र की प्रतीक्षा में हैं।
यह भी पढ़े : Balrampur News: पहाड़ी नालों में उफान से बढ़ी मुश्किलें, प्रशासन अलर्ट
प्रमुख सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि अधिशासी अभियंता जेके लाल को अतिसंवेदनशील और संवेदनशील स्थलों पर 28 जून तक रिजर्व स्टाक एकत्रित कर अधीक्षण अभियंता को अवगत कराने के निर्देश दिए गए थे। अधिशासी अभियंता ने एमएलटीडी तटबंध पर छूटे गैप्स को पूरा नहीं कराया और न रिजर्व स्टाक एकत्रित करने की सूचना दी। इसके बाद अधीक्षण अभियंता के माध्यम से शहर को बाढ़ से बचाने के लिए एमएलटीडी तटबंध पर दो जुलाई तक अतिरिक्त संसाधन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। आठ जुलाई को नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 43 सेमी ऊपर बहने के कारण तटबंध पर दबाव बढ़ गया। अधिशासी अभियंता ने नौ जुलाई को अवगत कराया कि अज्ञात व्यक्तियों ने एमएलटीडी तटबंध को काट दिया है। पर्याप्त मात्रा में रिजर्व स्टाक और मजदूर न होने के कारण कटान की लंबाई 25 मीटर पहुंच गई। जिसके कारण बलरामपुर जिले के कई मोहल्लों में पानी भर गया एवं बौद्ध परिपथ तुलसीपुर मार्ग पर शारदा पब्लिक स्कूल के पास सड़क मार्ग पर पानी आ जाने के कारण यातायात प्रभावित हुआ।
यह भी पढ़े : Lucknow News: आखिर किस वजह से निर्दोष को चोर बताकर भेजा गया जेल
जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला आने पर रात 12 बजे से सुबह छह बजे तक अधिशासी अभियंता की लापरवाही से कटान को भरने का कार्य शुरू नहीं हो पाया। रिजर्व स्टाक के लिए दो करोड़ 50 लाख रुपये का बजट मिल गया था, लेकिन अधिशासी अभियंता ने बाढ़ की संवेदनशीलता को नजरअंदाज कर घोर लापरवाही बरती। इस कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।