समय सुबह करीब 10:45 बजे, संयुक्त जिला अस्पताल के आयुष्मान वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। इसकी जानकारी तत्काल कंट्रोल रूम को दी गई। महज पांच मिनट के भीतर ही डीएम पवन अग्रवाल खुद आपदा राहत दल के साथ मौके पर पहुंच गए। वार्ड में भर्ती 15 मरीजों को बाहर निकाला गया। भूकंप व आग से बचाव को लेकर यह मॉकड्रिल जिला अस्पताल, बलरामपुर में किया गया।
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मॉकड्रिल के दौरान अस्पताल के आयुष्मान वार्ड में शाॅर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना कलेक्ट्रेट स्थित जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम को दी गई। आग लगने एवं वार्ड में मरीजों के फंसे होने की सूचना पर जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। फायर ब्रिगेड एवं इन्सीडेंट रिस्पांस टीम के साथ जिलाधिकारी पवन अग्रवाल स्वयं मौके पर पहुंचे।
एडीएम प्रदीप कुमार व आपदा विशेषज्ञ अरुण सिंह ने अभियान की कमान संभाली। अग्निशमन टीम ने अस्पताल में रेस्क्यू कार्य शुरू किया। टीम ने वार्ड में भर्ती 15 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला। 11 मरीजों को सीढ़ी के सहारे उतारा गया, जबकि 4 गंभीर मरीजों को सुरक्षा कर्मियों ने कंधे पर लादकर बाहर निकाला। इसके साथ ही टीम ने आग बुझाई। मॉकड्रिल के बाद टीम ने उपस्थित लोगों को आग के प्रकार, आग से बचाव के उपायों तथा अग्नि शमन उपकरणों के उपयोग आदि के बारे में प्रशिक्षित भी किया। साथ ही इसके माध्यम से आपदा की स्थिति में कैसे बचाव करें, इसको लेकर लोगों को जागरूक किया गया।
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जिला प्रशासन रहा मौजूद
मॉक एक्सरसाइज के दौरान सीएमओ डॉ. मुकेश रस्तोगी, एएसपी योगेश कुमार, एसडीएम सदर संजीव यादव, सीओ ललिया ज्योति श्री, सीएमएस डॉ. आरके वर्मा, नायब तहसीलदार अनुपम शुक्ला, हॉस्पिटल की क्वालिटी मैनेजर डॉ.रूचि, डिप्टी कमांडेंट एसएसबी, अग्नि शमन अधिकारी अंकित कुमार, वायरलेस रेडियो टीम, आपदा लिपिक राजेश कुमार, आपदा सहायक प्रवीण पाण्डेय, आपदा मित्र, एनसीसी कैडेट्स सहित अन्य मौजूद रहे।