बरेली के एक छोटे से कस्बे से पढ़ाई-लिखाई करके देश के सबसे प्रतिष्ठित पद तक पहुंचना आसान नहीं होता है. इतने सालों में यूपीएससी परीक्षा में ऐसे कई अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जिनकी Success स्टोरी जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. आईएएस हिमांशु गुप्ता के पिता बरेली के एक छोटे कस्बे में चाय की दुकान लगाते थे. उन्होंने वहीं रहकर अपनी तैयारी की और तीन बार यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए. आइए जानते हैं उनकी Success स्टोरी के बारे में....
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प्रति वर्ष यूपीएससी परीक्षा के बाद उसमें सफल हुए उम्मीदवारों की Success स्टोरी ट्रेंड करती हैं. कई बार कुछ उम्मीदवारों की कहानी इतनी प्रेरक होती है कि उसे सुनकर विश्वास करना ही मुश्किल हो जाता है. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 304वीं रैंक हासिल करने वाले आईएएस हिमांशु गुप्ता जी ने बरेली के एक छोटे से कस्बे में रहते हुए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की थी.
चाय की दुकान पर रहकर शुरू की थी तैयारी
किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए दृढ़ निश्चयी होना जरूरी होता है. परीक्षा को पास न कर पाने के कई बहाने हो सकते हैं लेकिन हर मुश्किल को आसान करके उसे पार कर जाने वाले को सफलता जरूर हासिल होती है. आईएएस हिमांशु गुप्ता के पिता चाय की दुकान लगाते थे और हिमांशु ने वहीं बैठकर परीक्षा की तैयारी की.
Humans of Bombay फ़ेसबुक पेज पर हिमांशु गुप्ता अपनी कहानी बताते हुए कहते हैं- 'मैं स्कूल जाने से पहले और बाद में पिता के साथ काम करता था. स्कूल 35 किमी दूर था, आना-जाना 70 किमी होता था. मैं अपने सहपाठियों के साथ एक वैन में जाता था. जब भी मेरे सहपाठी हमारे चाय के ठेले के पास से गुजरते, मैं छिप जाता. लेकिन एक बार किसी ने मुझे देख लिया और मजाक उड़ाना शुरू कर दिया. मुझे 'चायवाला' कहा जाने लगा. लेकिन उस ओर ध्यान देने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान लगाया और जब भी समय मिला पापा की मदद की. हम सब मिलकर अपना घर चलाने के लिए रोजाना 400 रुपये कमा लेते थे.'
हिमांशु गुप्ता आगे कहते हैं- 'लेकिन मेरे सपने बड़े थे. मैं एक शहर में रहने और अपने और अपने परिवार के लिए एक बेहतर जीवन बनाने का सपना देखता था. पापा अक्सर कहते थे, 'सपने सच करने है तो पढाई करो!' तो मैंने यही किया. मुझे पता था कि अगर मैं कड़ी मेहनत से पढ़ूंगा, तो मुझे एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल जाएगा. लेकिन मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी, इसलिए मैं अंग्रेजी मूवी डीवीडी खरीदता था और उन्हें सीखने के लिए देखता था.'
3 बार दी यूपीएससी परीक्षा
बरेली के एक छोटे से कस्बे के रहने वाले आईएएस हिमांशु गुप्ता ने तीन बार यूपीएससी परीक्षा दी थी. पहली बार में रैंक के हिसाब से उन्हें इंडियन रेलवे सर्विस में नियुक्त किया गया था, अगले प्रयास में वे आईपीएस रैंक के पद तक पहुंचे थे और फिर साल 2019 में बेहतर रणनीति और तैयारी के साथ वे 304वीं रैंक हासिल कर आईएएस ऑफिसर बन गए. खास बात यह है कि इन्होंने तीनों बार UPSC की परीक्षा को Crack किया.
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उन्नाव में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर थी वर्तमान तैनाती
आईएएस हिमांशु गुप्ता की वर्तमान तैनाती उन्नाव जिले में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर थी. उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आज सुबह किए गए तबादले में आईएएस हिमांशु गुप्ता जी को बलरामपुर जिले का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है.
पिता की दुकान पर लिया फैसला
हिमांशु गुप्ता के पिता की चाय की दुकान है. हिमांशु वहीं बैठकर रोजाना अखबार पढ़ा करते थे. अखबार पढ़ने के दौरान ही उनके अंदर यूपीएससी परीक्षा को पास करने की अलख जाग उठी. परीक्षा की तैयारी के लिए दिल्ली जाने के बजाय उन्होंने डिजिटल रूप से वहीं से पढ़ाई करने का फैसला किया. उनका यह फैसला बिल्कुल सही भी साबित हुआ.
कहीं से भी कर सकते हैं परीक्षा की तैयारी
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने के लिए बड़े शहर जाने की कोई जरूरत नहीं होती है. हिमांशु गुप्ता के ट्रैक रिकॉर्ड से तो यही सीख मिलती है अगर आप चाहें तो ऑनलाइन पढ़ाई करके कहीं से भी सफलता हासिल कर सकते हैं.