मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आदेश के बावजूद तुलसीपुर में बस स्टेशन के लिए जमीन की तलाश एक साल बाद भी नहीं की जा सकी है। जमीन चिह्नित न होने से सरकारी बस स्टेशन का निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा है। ऐसे में यहां पर बाहरी डिपो की बसें नहीं आ रही हैं, जिससे शक्तिपीठ देवीपाटन में मां पाटेश्वरी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं व अन्य यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
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शक्तिपीठ देवीपाटन में नवरात्रि के दिनों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तुलसीपुर में सरकारी बस स्टेशन का निर्माण कराने की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। इसके लिए प्रशासन को जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया गया था। एक साल बाद भी प्रशासन जमीन की तलाश नहीं कर सका है। जिसके कारण तुलसीपुर में बस स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। प्रतिवर्ष चैत्र और शारदीय नवरात्रि में तुलसीपुर में स्थित कलश चौराहे पर अस्थाई बस अड्डे का निर्माण किया जाता हैं और उसी से एक माह तक बसों का संचालन किया जाता हैं। जिससे श्रद्धालुओ को असुविधा का सामना करना पड़ता हैं।
नगरवासी रामजी आर्य, ओम लॉट, जगदीश, शिवकुमार गुप्त, बबलू व विवेक गोयल आदि ने डीएम को भेजे गए पत्र में कहा है कि सरकारी बस स्टेशन न होने से बढ़नी रूट पर चलने वाली रोडवेज बसों का तुलसीपुर में ठहराव नहीं होता है। यात्रियों को सड़क पर खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। सरकारी बस का ठहराव न होने से यहां के लोगों को निजी बसों से आवागमन करना पड़ता है। इन लोगों का कहना है कि सरकारी बस स्टेशन का निर्माण होने से तुलसीपुर के व्यापारियों को जहां कारोबार में सुविधा मिलेगी वहीं बाहर से आने वाले यात्रियों का आवागमन भी सुलभ होगा।
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ढूंढ़ी जा रही जमीन
तुलसीपुर नगर में बस अड्डा का निर्माण कराने के लिए भूमि की तलाश की जा रही है। जमीन मिलने के बाद बस अड्डा निर्माण पर खर्च होने वाले बजट का निर्धारण करके शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। शासन से बजट मिलने के बाद बस अड्डे का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। - गोपीनाथ दीक्षित, एआरएम बलरामपुर