उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी तहसील में भेड़ियों का आतंक कम नहीं हो रहा है. भेड़िया प्रभावित गांव नववन गरेठी में यूपी पुलिस के बड़े अधिकारी पहुंचे हैं. यहां कल रात एक महिला पर आदमखोर भेड़िए ने हमला कर घायल कर दिया था. यहां एडीजी डॉ तेज़ प्रताप सिंह ने पूरे इलाक़े का जायजा लिया. वहीं, मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने मंगलपुर में भेड़िया तलाशी अभियान का जायजा लिया. इस इलाके में आदमखोर भेड़िए ने 10 लोगों को अपना शिकार बनाया है. यहां गांवों में दहशत का माहौल है.
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4 भेड़ियों को पकड़ा गया, लेकिन 2 अभी भी आजाद घूम रहे
सेंट्रल जोन की मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने बताया, “ड्रोन लगातार उड़ाए जा रहे हैं. हमने 4 भेड़ियों को पकड़ा है, 2 बाकी हैं. हमारी टीम लगातार गश्त कर रही है. हम जल्द से जल्द उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. कल रात और सुबह भी उन्हें देखा गया था, लेकिन वे फिसल गए. हम जल्द से जल्द उन्हें पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. मेरी लोगों से विनती है कि वे घर के अंदर सोएं, बाहर नहीं.’
भेड़ियों को पकड़ने आ रही WII की टीम
आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने में वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया मदद करेगी. इसकी एक टीम देहरादून से बहराइच पहुंच रही है. संस्था के वैज्ञानिक डा शहीर खान के नेतृत्व में टीम जा रही है जो पकड़े गए भेड़ियों पर रिसर्च भी करेगी. बहराइच की घटनाओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आदमखोर भेडि़ये या तेंदुए के हमलों को हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने और लोगों को तुरंत राहत पहुंचाया जाए. जो जरूरत हो, वैसे कदम उठाएं और क्षेत्रों-जिलों में मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं को रोका जाए.
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ज्यादातर बच्चों ने स्कूल जाना किया बंद
बहराइच जिले के महसी तहसील में भेड़ियों के आतंक और दहशत के कारण ज्यादातर बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है. स्कूलों में बच्चों की संख्या नाम मात्र ही रहती हैं. शिक्षक भी भेड़ियों की दहशत के कारण डर-डरकर स्कूल चला रहे हैं कुछ बच्चों के परिवारजनों ने अपने बच्चों को अपने किसी रिश्तेदार के यहां भी भेज दिये है जिससे वह खुद को सुरक्षित महसूस कर सके