किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए उद्यान विभाग 234 हेक्टेयर में फलों की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करेगा। आम, अमरूद, लीची, केला व पपीता आदि फलों की खेती कर किसान आर्थिक रूप से समृद्ध बनेंगे। प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अलग-अलग फलों की खेती के लिए साढ़े सात हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक अनुदान भी किसानों को मिलेगा।
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प्रति हेक्टेयर पर इतना मिलेगा अनुदान
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 234 हेक्टेयर में फलों की खेती के लिए विभाग की तरफ से अनुदान पर 44 लाख 92 हजार 430 रुपये खर्च किए जाएंगे। 97 हेक्टेयर में दो तरह के आम के पौध लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रति हेक्टेयर 7,650 तथा 9,840 रुपये अनुदान मिलेगा। 19 हेक्टेयर में अमरूद की खेती कराई जाएगी, जिस पर प्रति हेक्टेयर किसानों को 11,502 रुपये अनुदान मिलेगा। 15 हेक्टेयर में लीची की खेती कराई जाएगी, जिस पर किसानों को प्रति हेक्टेयर 8,400 रुपये अनुदान मिलेगा। इसी तरह 10-10 हेक्टेयर में होने वाले केले व पपीता की खेती पर किसानों को प्रति हेक्टेयर 30,738 रुपये अनुदान मिलेगा। एक हेक्टेयर में ड्रैगन फ्रूट की खेती होगी जिस पर किसानों को 30 हजार रुपये अनुदान मिलेगा। इसी तरह एक हेक्टेयर में स्ट्राॅबेरी की खेती कराई जाएगी, जिस पर किसानों 50 हजार रुपये अनुदान मिलेगा।
अनुदान प्राप्त करने के लिए करना होगा आवेदन
फलों की खेती करने वालों किसानों को अनुदान का लाभ लेने के लिए विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए किसान किसी भी कार्य दिवस में विकास भवन के जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में आकर अथवा जन सेवा केंद्र से भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
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बिल वाउचर के साथ कराना होगा पंजीकरण
उद्यान विभाग से किसानों को आम, अमरूद, लीची, केला व पपीता के पौधे दिए जा रहे हैं। राजकीय व मान्यता प्राप्त नर्सरी से पौधे लेकर भी किसान बागवानी कर सकते हैं। बिल वाउचर के साथ रजिस्ट्रेशन करने वाले किसानों के बैंक खाते में अनुदान की राशि भेज दी जाएगी।