UP News: पहली बार यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों को मिला संशोधन का मौका, जाने कब तक है लास्ट डेट

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके विद्यार्थियों को पहली बार सुधार का मौका मिलेगा। इसके लिए शुक्रवार से यूपी बोर्ड ने अपनी वेबसाइट खोल दी है। 12 दिसंबर तक त्रुटियों में सुधार प्रधानाचार्य कर सकेंगे। पहली बार यूपी बोर्ड ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए ऐसी पहल की है।




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माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी प्रधानाचार्यों को छात्रों से जानकारी कर सुधार की कार्रवाई समय से पूरा किये जाने के निर्देश दिए हैं। विद्यार्थियों के आवेदन में छह तरह के संशोधन हो सकेंगे। डीआईओएस डाॅ. रामचंद्र ने बताया कि नाम में केवल वर्तनी की त्रुटियों में ही सुधार होगा। बोर्ड परीक्षा का फॉर्म भरते समय अक्सर नाम की वर्तनी में त्रुटि रह जाती है। परिणाम निकलने के बाद उसे संशोधित करवाने के लिए विद्यार्थियों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। शुक्रवार से वेबसाइट खुल गई और यह प्रक्रिया प्रधानाचार्य के लॉगिन से ही होगा। संशोधन में पूरा नाम नहीं बदला जा सकेगा। गोंडा जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार 94,954 विद्यार्थी हैं। इसमें जिनके आवेदन में त्रुटि होगी उसकी जानकारी कर सुधार किया जाएगा। निर्देश में परिक्षार्थियों के नाम, पिता या माता के नाम की वर्तनी में त्रुटि होने पर उसे सुधारा जा सकेगा।


इसके अलावा विषय या वर्ग में, जेंडर में, जाति में, फोटो और कक्षा 11 के पंजीकरण में अंकित हाईस्कूल के त्रुटिपूर्ण अनुक्रमांक में त्रुटि होने पर संशोधन हो सकेगा। बच्चे की जन्मतिथि, नाम, पिता या माता के पूर्ण नाम में संशोधन करवाना है तो ऑफलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए छात्र का प्रवेश आवेदन पत्र, एसआर रजिस्टर की प्रमाणित प्रति, उपस्थिति पंजिका की प्रमाणित प्रति, पहचान पत्र, पंजीकरण कार्ड की प्रतिलिपि, हलफनामा, टीसी और प्रधानाचार्य से प्रतिहस्ताक्षरित आवेदन डीआईओएस कार्यालय में 15 नवंबर तक जमा करवाने होंगे। संशोधन की प्रक्रिया प्रधानाचार्य के जरिए होगी।


प्रमाणपत्रों में त्रुटि होने पर होती है दिक्कत


बोर्ड परीक्षा परिणाम आने पर प्रमाणपत्र में त्रुटि होने पर लोगों को काफी दिक्कत होती थी। उसमें सुधार के लिए विज्ञप्ति प्रकाशन कराना पड़ता था और फिर शपथ पत्र के साथ आवेदन करना पड़ता था। काफी समय भी लगता था और खर्च भी काफी आता था। बेलसर के राम विलास ने बताया कि परीक्षा से पहले सुधार होने से बाद में होने वाली परेशानी से छुटकारा रहेगा।

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