बलरामपुर जिले के हलौरा गांव में बीते सोमवार को पकड़े गए तेंदुएं को पूर्वी सोहेलवा के जंगल में बृहस्पतिवार को सुरक्षित छोड़ दिया गया है। कई दिनों से जरवा कोतवाली क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों में तेंदुए की दहशत थी।
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हलौरा गांव में लगे पिंजरे में तेंदुआ सोमवार की देर शाम को कैद हुआ था। पिंजरे के आसपास खेतों से कई अन्य तेंदुओं की आवाज आ रही थी, इसे लेकर ग्रामीण चिंतित थे। रात में ही वन विभाग की टीम सशस्त्र सीमा बल व स्थानीय पुलिस के साथ मौके पर पहुंची और पिंजरे में फंसे तेंदुए को जनकपुर रेंज लाया गया। इसके बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। उप प्रभागीय वनाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि हलौरा गांव में पिंजरे में कैद तीन साल का तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तेंदुए को सोहेलवा पूर्वी क्षेत्र के जंगल में छोड़ दिया गया है।