मच्छर बढ़ने पर ज्यादातर घरों में मॉस्किटो कॉइल, अगरबत्ती या दूसरे रेप्लिकेंट यूज किए जाते हैं. इससे मच्छरों तो भाग जाते हैं लेकिन इससे निकलने वाला धुआं कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है ऐसे में आइए जानते हैं मॉस्किटो क्वॉइल हमारे शरीर को किस तरह और कितना नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रतीकात्मक तस्वीर |
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लिक्विडअगरबत्तीफास्ट कार्डक्रीम ,मॉस्किटो कॉइल कितना खतरनाक
यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी में मॉस्किटो कॉइल को लेकर एक रिसर्च हुआ, जिसमें पाया गया कि मच्छर मारने वाली एक कॉइल जलाने से करीब 100 सिगरेट के बराबर धुआं निकलता है। मतलब साफ है कि एक कॉइल 100 सिगरेट से भी ज्यादा खतरनाक है.
मॉस्किटो कॉइल से क्या नुकसान
मॉस्किटो कॉइल, अगरबत्ती और लिक्विड में पायरेथ्रिन पेस्टीसाइड, कार्बन फॉस्फोरस और डाई क्लोरो डाईफेनाइल ट्राईक्लोरोइथेन (DDT) जैसे हानिकारक तत्व मौजूद होते हैं। जब बंद कमरे में कुछ घंटे के लिए मॉस्किटो कॉइल जलाते हैं तो कमरे से इसका धुआं बाहर नहीं निकल पाता है और कभी- कभी ऐसा होता है कि पूरा कमरा कार्बन मोनोक्साइड से भर जाता है. इसके बाद वह कमरे में सो रहे इंसानों के शरीर में भरने लगता है. इससे ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है और सांस लेने में तकलीफ शुरू हो जाती है. कई बार बंद कमरे में दम घुटने से मौत तक हो जाती है