बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दैवीय आपदा निधि का पैसा गमन करने वाले ग्राम प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार ने शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। दरअसल, जहां पर बीते 17 जून 2024 को एक पीड़िता को उसकी चार पुत्रियां के डूबने पर 16 लाख रुपए की सहयोग राशि सरकार द्वारा दी गई थी। जिसमें से वहां के प्रधान ने 6 लाख रुपए हड़प लिए थे। जिसको लेकर पीड़ित ने शिकायत की थी। शिकायत के बाद मामले की जांच के बाद ग्राम प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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एसपी विकास कुमार ने बताया कि बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील के महदेइया क्षेत्र के लेखपाल अलखराम ने 18 जुलाई को कालू बनकट गांव के प्रधान जाबिर अली व विनय वर्मा निवासी इमिलिया बनघुसरा के विरुद्ध दैवीय आपदा के पैसे के गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की विवेचना एएसपी दक्षिणी नम्रिता श्रीवास्तव और सीओ उतरौला राघवेंद्र सिंह की निगरानी में पुलिस ने की। जांच में लाभार्थी को सरकार द्वारा प्रदान की गई आपदा की राशि के गबन की पुष्टि होने पर ग्राम प्रधान जाबिर अली को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में धारा भी बढ़ाई गई है। प्रधान के खिलाफ मारपीट व हमले का एक मुकदमा पहले से ही चल रहा है, पंचायत राज विभाग के स्तर से भी कार्रवाई की जा रही है। अब तक दो बार नोटिस दिया जा चुका है।
क्या हैं पूरा मामला
कालू बनकटवा गांव निवासी जन्नतुननिशा की चार बेटियों की 17 जून 2024 को कुआनो नदी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने दैवीय आपदा निधि से जन्नतुननिशा को 16 लाख रुपये की आर्थिक सहायता 16 जुलाई 2024 को जिला कोषागार बलरामपुर से भेजी। आरोप है कि प्रधान जाबिर अली ने 18 जुलाई को विनय मेडिकल स्टोर के नाम से संचालित खाते में छह लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। जन्नतुननिशा को जब छल कपट की जानकारी हुई तो उसने प्रधान से पैसे मांगे, इस पर सुलह का दबाव बनाया गया। पीड़ित महिला की शिकायत पर अब इस मामले में कार्रवाई की गई है।