बलरामपुर पुलिस ने कुवैत का फर्जी वीजा बनाकर ठगी करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मामला बलरामपुर जिलें के उतरौला कोतवाली का है जहाँ पुलिस ने फर्जी वीजा बनाकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
कुवैत जाने का फर्जी बनाकर धोखाधड़ी से पांच लाख 35 हजार रुपये हड़पने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में उतरौला के नयानगर विशुनपुर का निवासी ताहिर अली, गैंड़ासबुजुर्ग के मझौवा कुर्थुवा निवासी मोहम्मद आरिफ व मोहम्मद अहमद है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड मोहम्मद ताहिर खान जो दुबई में है और गैंड़ासबुजुर्ग के मझौवा कुर्थुवा गांव का निवासी है.
बलरामपुर के एसपी विकास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 अक्टूबर को नगर कोतवाली में तुलसीपुर के रेहरा गांव निवासी शकील अहमद ने मोहम्मद ताहिर खान व ताहिर अली के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था.पुलिस ने विवेचना में पाया गया कि मोहम्मद ताहिर खान व ताहिर अली ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर शकील अहमद के साथ कई अन्य लोगों के साथ कुवैत का वीजा बनवाने के नाम पर धोखे से चार लाख 35 हजार रुपये हड़पे हैं.
कूटरचित वीजा तैयार कर पीड़ितों से मेडिकल कराने के नाम पर 50 हजार एवं मेडिकल में फेल हो जाने पर पुनः एक लाख रुपये लिए. पुलिस ने दिए गए वीजा का दूतावास से सत्यापन कराने पर फर्जी पाए गए. विवेचन के दौरान मोहम्मद आरिफ व मोहम्मद अहमद के नाम प्रकाश में आए. इन दोनों ने मोहम्मद ताहिर खान के कहने पर शकील अहमद व अन्य पीड़ितों को लखनऊ ले जाकर उनका मेडिकल कराया था. अभियुक्त मोहम्मद ताहिर वर्तमान में दुबई में है, जिसके बैंक खातों की जानकारी कर सीज करने व वीजा निरस्त कराने के संबंध में कार्रवाई की जा ही है. प्रत्यर्पण संधि के अनुसार मोहम्मद ताहिर की गिरफ्तारी की जाएगी.
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वह सभी लोग मिलकर वीजा बनाने का कार्य करते हैं। शकील अहमद ने कुवैत का वीजा बनवाने के लिए बातचीत की थी। कुल पांच वीजा के लिए चार लाख 35 हजार रुपये लिए गए थे। बाद में मेडिकल कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये पुन: लिए गए। मेडिकल न होने पर 50 हजार रुपये शकील अहमद को वापस कर दिया था.