बलरामपुर जिले में स्थित महारानी लाल कुंवरि महाविद्यालय के पुस्तकालय सभागार में सोमवार को सांस्कृतिक समिति के संयोजकों की बैठक हुई। विषम सेमेस्टर की परीक्षा को देखते हुए संस्थापक सप्ताह समारोह को सर्वसम्मति से एक फरवरी से सात फरवरी को कराने का निर्णय लिया गया। संस्थापक सप्ताह समारोह में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वहीं अंतरसंकाय विविधा प्रतियोगिता के लिए संयोजक और सहसंयोजक भी नामित किए गए।
यह भी पढ़ें : Balrampur News: बलरामपुर जिले में निर्माणधीन परियोजनाओं की होगी जांच, टीमें गठित
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. जेपी पांडेय ने कहा कि सांस्कृतिक प्रतियोगिता विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती है। ऐसी प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित करना होता है। सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का उद्देश्य प्रतिभागियों के बीच अंतर-सांस्कृतिक जागरूकता और प्रशंसा को बढ़ाना होता है। सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति, परंपराओं और विरासत के बारे में ज्यादा जानकारी मिलती है।
कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा तैयार
सांस्कृतिक कार्यक्रम निदेशक डा. अनामिका सिंह ने एक से सात फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाली प्रतियोगिता की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। बताया कि सभी की सहमति के आधार पर पांच फरवरी को अंतरसंकाय विविधा प्रतियोगिता होगी। इसमें कला, विज्ञान, वाणिज्य व शिक्षा संकाय के मध्य गीत संगीत का महामुकाबला होगा।
कला संकाय की संयोजक प्रो. रेखा विश्वकर्मा व सह संयोजक लेफ्टिनेंट डा. देवेन्द्र कुमार चौहान व मणिका मिश्रा को बनाया गया है। विज्ञान संकाय की संयोजक प्रो. वीणा सिंह, सहसंयोजक डा. भानु प्रताप सिंह, वर्षा सिंह, शिक्षा संकाय के संयोजक की जिम्मेदारी प्रो. एसपी मिश्र, सह संयोजक डा. राम रहीस, डा. मिथिलेश मिश्र, वाणिज्य संकाय संयोजक की जिम्मेदारी डा. केपी मिश्र, सह संयोजक डा. केके सिंह व सिद्धार्थ मोहंता को दी गई है।
मुख्य नियंता प्रो. राघवेंद्र सिंह ने सभी सदस्यों से संस्थापक सप्ताह समारोह के अंतर्गत आयोजित होने वाले प्रतियोगिता के लिए छात्र-छात्राओं की सहभागिता बढ़ाने की बात कही। प्रो. मोहिउद्दीन अंसारी, प्रो. विमल प्रकाश वर्मा, डा. रमेश शुक्ल, डा. पूजा मिश्रा, प्रखर त्रिपाठी, डा. भावना सिंह, डा. पंकज श्रीवास्तव, डा. पीएन पाठक, डा. आनंद वाजपेयी, डा. वर्षा सिंह मौजूद रहीं।