बलरामपुर जिलें में पचपेड़वा थाना क्षेत्र के शंकरपुर कला निवासी मुकेश गौतम ने बृहस्पतिवार को अपने दो बेटों को नहर में फेंक दिया। नहर से एक बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। दूसरे की तलाश की जा रही है। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद से मां संगीता व दो बेटियाें का रो-रोकर हाल बेहाल है।
ग्राम प्रधान ब्रिज किशोर चौधरी ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह नौ बजे मुकेश गौतम अपने बेटे 11 वर्षीय अमरेश व सात वर्षीय आनंद को बिस्किट दिलाने गांव में ले गया था। इसके बाद गांव के दक्षिण तरफ स्थित राप्ती मुख्य नहर में दोनों बच्चों को फेंक दिया। नहर के पास गन्ना लाद रहे संदीप यादव ने नहर में छलांग लगाकर आनंद को मृत अवस्था में बाहर निकाल लिया। संदीप के शोर मचाने पर प्रधान के साथ कई ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए।
दलबल के साथ मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार राज ने आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया। प्रभारी निरीक्षक ने अमरेश की तलाश के लिए गोताखोर व मछुआरों की मदद ली। देर शाम तक तलाशी के बाद भी नहर से उसको बाहर निकाला नहीं जा सका। गोंडा से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है, जो शुक्रवार को अमरेश की तलाश करेगी।
शव से लिपटकर राेती रही मां
मां संगीता बेटे आनंद के शव से लिपटकर रोती रहीं। वह बस यही कह रही थी कि बच्चों के बिना कैसे जिंदा रहूंगी। संगीता की दो बेटियां भी हैं। बड़ी बेटी पांच साल की और छोटी बेटी दो साल की है। ग्राम प्रधान ब्रिज किशोर चौधरी ने बताया कि मुकेश गौतम मानसिक मंदित है। उसका इलाज गोरखपुर में चल रहा है। वहीं, नायब तहसीलदार अभिनव सिंह चौहान ने भी मौके पर पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी ली। अमरेश की तलाश के लिए प्रभारी निरीक्षक से वार्ता कर एनडीआरएफ से मदद लेने का निर्णय लिया गया।