कहानी :
ये कहानी है एक मिडल क्लास इंसान की जो अपने परिवार से बहुत प्यार करता है और वो बैंक मे केशिएर की नौकरी करता है और उसकी सैलरी 6000 रुपये महिने हैं, जिसमे घर का खर्च , बेटे की फीस सब कर पाना बहुत मुश्किल होता है. मूवी मे आगे की कहानी बहुत ही ज़बरदस्त लिखी गयी है, जिसमे भास्कर किस तरह से रुपयो का हेर फेर करके प्रॉफिट कमाने लगता है. इस पूरी मूवी मे ये देखना बहुत ही मज़ेदार होगा की कैसे भास्कर हर बार सबको धोख़ा देके अपना काम बनाता है और कई बार तो उसकी चोरी पकड़े जाने का डर आपको भी डरा देगा लेकिन आखिरकार भास्कर सबको चकमा देके अपने मकसद मे कामयाब हो जाता है. कहानी मे एक मोड़ ऐसा भी आता है जब भास्कर के परिवार को रुपयों के वजह से शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है, और तब वहाँ पे ये देखना काफी रोचक होता की कैसे उसी मिडल क्लास आदमी के आगे पीछे घूमते हैं लोग, वो सीन देख के आप ज़रूर कहेंगे की ये होता है पैसे का रौब.
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शानदार परफॉर्मेंस:
इस मूवी मे दुलकर सलमान की स्क्रीन प्रेसेंस इतनी शानदार की है की आप स्क्रीन से अपनी नज़रे नही हटा पाएंगे. उनकी शानदार एक्टिंग और ज़बरदस्त कहानी वाली इस मूवी को देखते हुए आपको पता नही चलेगा की कब ढाई घण्टे का वक़्त निकल गया. खास बात ये है की हर सीन मे एक नया ट्विस्ट है जिसे देखने काफी मज़ेदार है.
मिनाक्षी चौधरी ने भी दुलकर के साथ काफी का तालमेल बिठाया है जिससे दोनो की केमिस्ट्री बहुत खूबसूरत लग रही है.
कैसी है मूवी:
फिल्म में बिना किसी उपदेश के बसखर के नैतिक मूल्यों पर चर्चा की गई है और यह बात की गई है कि लालच की हद होनी चाहिए और चाहे कितना भी फायदा हो एक वक़्त के बाद रुक जाना ही सही होता है. और जब ये बात की गयी है की कब और कैसे रुकना है, तो यह फिल्म बहुत बढ़िया है।
कुल मिलाकर 'वेंकी अटलूरि' द्वारा निर्देशित ये मूवी फुल एंटरटेनमेंट पैकेज है जो आपका दिमाग झकझोर के रख देगा.