बलरामपुर जिले समेत कई अन्य जिलों में करोड़ों रुपये खर्च कर बनाई गई सड़कें मानक विहीन होने के कारण लैब में फेल हो गईं। ऐसे में बलरामपुर जिले की सभी नवनिर्मित सड़कें जांच के दायरे में हैं। गड्ढा मुक्त सड़क अभियान के तहत विभाग ने सड़कों की मरम्मत के लिए बीते अक्तूबर माह में ढाई करोड़ रुपये का बजट मांगा गया था। बजट मिलने के बाद कई सड़कों की मरम्मत कराई गई थी। जिसके बाद इन सड़कों की जांच में गड़बड़ी सामने आई है।
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गड्ढामुक्त सड़क अभियान के तहत लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड ने 212.82 किलोमीटर तथा पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड की तरफ से 322.70 किलोमीटर सड़क की मरम्मत कराई गई थी। इसके अलावा नई सड़काें का भी निर्माण कराया गया है। बीते चार नवंबर को समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों में नवनिर्मित सड़कों की जांच के निर्देश दिए थे। इसी के तहत बलरामपुर जिले से लिए गए नमूने लैब की जांच में फेल हो गए है। सड़क निर्माण में तारकोल और इमल्शन मानक के अनुरूप नहीं मिला है। बजड़ी के प्रयोग में भी गड़बड़ी मिली है।
शासनादेश का कराया जाएगा पालन
सड़कों के निर्माण में किसी भी तरह मानक की अनदेखी नहीं की गई है। बलरामपुर जिले में बनने वाली सड़क के नमूने जांच में फेल होने की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो शासन के निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी - कुमार शैलेंद्र, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड विभाग बलरामपुर