बलरामपुर जिले में बनकर तैयार अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय को स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद अब इसके संचालन की कवायद तेज हो गई है। संचालन से पहले इस मेडिकल कॉलेज में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के मानकों पर सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। जिसके चलते बलरामपुर मेडिकल कॉलेज को हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है।
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लंबे इंतजार के बाद जिले में मेडिकल कॉलेज के संचालन का सपना साकार हो रहा है है। अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) को हैंडओवर व मान्यता दिलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मान्यता के लिए मेडिकल कॉलेज में एनएमसी के मानक पर ओटी, आग से बचाव के इंतजाम एवं मरीज व तीमारदारों के लिए आवश्यक सुविधाएं चुस्त-दुरुस्त की जाएंगी।
ओटी में होंगे हाईटेक उपकरण
अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) की ओटी को लखनऊ के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के मॉडल पर विकसित किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज की ओटी को हाईटेक बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। मेडिकल कॉलेज की ओटी में उच्च तकनीकी वाले उपकरणों के साथ पोस्ट-ऑपरेटिव केयर व पैलिएटिव विभाग भी बनाया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज में खुलेंगे 20 विभाग
बलरामपुर में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2026 में एमबीबीएस की 50 सीटों पर पढ़ाई होगी। इसके अलावा कॉलेज में 20 विभाग खुलेंगे। सभी विभागों में विभागाध्यक्ष, विशेषज्ञ चिकित्सक व अन्य कर्मियों की तैनाती होगी। मेडिकल कॉलेज व संयुक्त जिला चिकित्सालय को मिलाकर मरीजों को भर्ती करने के लिए करीब 500 बेड की व्यवस्था रहेगी।
255 करोड़ से बनेगा आवास
मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद चिकित्साधिकारी, चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को रहने के लिए 255 करोड़ रुपये से एडमिन ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक व आवासीय भवन का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए जिला प्रशासन जमीन चिह्नित करने में जुटा है।
मान्यता और हैंडओवर की चल रही तैयारी
बलरामपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि हैंडओवर व मान्यता के लिए शासन स्तर पर तैयारी चल रही है। भवन हैंडओवर होते ही संचालन शुरू होगा - प्रो. डॉ. राजेश कुमार चतुर्वेदी, प्राचार्य बलरामपुर मेडिकल कॉलेज