खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच नई रेल निर्माण के निर्माण की उम्मीद जग गई है। प्रथम चरण में खलीलाबाद से बांसी तक रेल लाइन बिछाने की बाधा दूर करते हुए प्रशासन ने 17 गांवों में जमीन अधिग्रहण का कार्य पूर्ण करा लिया है। इसके साथ ही रेलवे ने निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। दरअसल, पिछले 6 वर्षों से यह कार्य केवल सर्वे तक ही सीमित था।
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खलीलाबाद-बलरामपुर-बहराइच रेल मार्ग के लिए वर्ष 2017 में घोषणा हुई थी। इसके बाद सर्वे हुआ। प्रथम चरण में खलीलाबाद से बांसी तक रेल लाइन बिछाई जानी है। इसमें भूमि अधिग्रहण को लेकर पेंच फंसा रहा। पहले भूमि अधिग्रहण की पहल की गई तो रेलवे ने एलाइन्मेंट बदल दिया। इसके बाद नए सिरे से भूमि अधिग्रहण के लिए 29 गांवों के लोगों को नोटिस दी गई। साथ ही अभिलेख जमा कराने के साथ ही आपत्तियां मांगी गई थीं। अभिलेखों के मिलान और आपत्तियों के निस्तारण के बाद किसानों को मुआवजा की राशि का वितरण किया गया। इसमें 17 गांव के किसानों की भूमि अधिग्रहण अभिलेखों के सत्यापन आदि के लिए रुका पड़ा था।
अब प्रशासन ने इसका निस्तारण कराते हुए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। एडीएम जय प्रकाश ने उप मुख्य इंजीनियर पूर्वोत्तर रेलवे को इस संबंध में पत्र भेज दिया है, इनमें जानकारी दी गई है कि खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के बढ़या बाबू, बरहटा, नाजिरजोत, बारीगांव, देवकली,चिट्ठापार, मखदूमपुर, अतरी, झीनखाल, भगवानपुर, समदा, नाउडाड, भिरवा, मडया, हाडापट्टी, कडसरी अतरी गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इससे भूमि अधिग्रहण की बाधा दूर हो गई है।
रेलवे प्रशासन करवा रहा सीमांकन
भूमि अधिग्रहण के बाद रेलवे प्रशासन ने रेल लाइन बिछाने के लिए कार्य शुरू करा दिया है। इसके तहत मखदूमपुर में जेसीबी से खोदाई आदि का कार्य शुरू कराया गया है। साथ ही कब्जे का बोर्ड लगाकर रेलवे प्रशासन सीमांकन करवा रहा है। कार्य शुरू होने के बाद यह उम्मीद जगी है कि जल्द ही कार्य में तेजी आएंगी और यह क्षेत्र रेल कनेक्टिविटी से जुड़ जाएगा।