फ़िल्म गेम चेंजर को दर्शकों ने काफ़ी पसंद किया है. यह एक्शन-थ्रिलर फ़िल्म है. इसमें राम चरण, कियारा आडवाणी, और एसजे सूर्या ने काम किया है. साल 2025 की मोस्ट अवैटेड फ़िल्म गेम चेंजर सिनेमाघरों मे आ चुकी है. फिल्म को दर्शकों ने काफ़ी पसंद किया है. यह एक्शन-थ्रिलर फ़िल्म है. इसमें राम चरण, कियारा आडवाणी, और एसजे सूर्या ने काम किया है.
गेम चेंजर की कहानी:
फिल्म की कहानी आई ए एस राम चरण की कहानी है जो अपने जिले को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहता है. अपने इस मुहिम के दौरान वो मुख्यमंत्री के बेटे मापिदेवी से भिड़ता है और तभी कुछ कारणों से सी एम की मौत हो जाती है और वो राम नंदन ( राम चरण) को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर जाते हैं .साथ ही राम को अपनी जिंदगी से जुड़ी कुछ कड़वी सच्चाइयों के बारे में भी पता लगता है.अब राम चरण सीएम बनेगा या नही ये आपको मूवी देखने के बाद पता चलेगा.
एक्टिंग:
फिल्म मे सभी एक्टर्स ने अपने किरदार को अच्छी तरह से निभाया है. राम चरण ने बहुत ही शानदार काम किया है.
आरआरआर फिल्म के बाद रामचरण की यह सोलो फिल्म है. पूरी जिम्म्दारी उनके मजबूत कंधों पर थी, जिसे रामचरण ने निभाया भी है. वह फिल्म में डबल रोल में हैं। इंटरवल के बाद जो रोल उन्होंने निभाया है, उसमें वह चौंकाएंगे. एक्शन सीन से लेकर इमोशनल सीन तक वह साबित करते हैं कि वह सुपरस्टार क्यों हैं. समझ लीजिए कि अगर फिल्म में कुछ देखने लायक है, तो वह केवल रामचरण ही हैं. कियारा आडवाणी सिर्फ सुंदर लगी हैं. बाकी उनके लिए कुछ खास फिल्म में नहीं था. करप्ट नेता के निगेटिव रोल में एस जे सूर्या प्रभावित करते हैं.
कैसा है निर्देशन? :
जाने-माने तमिल डायरेक्टर एस शंकर को भ्रष्टाचार के खिलाफ थीम पर फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है।लेकिन शंकर ने फिल्म 'गेम चेंजर' से तेलुगू सिनेमा में बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया है। इसके लिए भी उन्होंने अपने पसंदीदा विषय भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग को ही चुना है। फिल्म का बजट काफी था तो फिल्म को मेहेंगे सेट पे शूट किया गया है.
फिल्म का फर्स्ट हाफ उतना रोचक नही है, इस पार्ट मे असली शुरुआत फ्लैश बैक से हुई है. इंटरवल के बाद फिल्म 'गेम चेंजर' अन्ना हजारे के आंदोलन की भी यादें ताजा कर देती है. फिल्म शुरुआत से ही एक्शन में आ जाती है. खासकर राम चरण का एंट्री सीन दर्शकों को सीटियां बजाने पर मजबूर देता है. लेकिन फिल्म की कमजोर कहानी और स्क्रीनप्ले आपको निराश करते हैं.इंटरवल के बाद फिल्म में जरूर थोड़ा टि्वस्ट आता है. लेकिन वह ज्यादा वक्त तक कायम नहीं रहता. जबकि फिल्म का क्लाइमैक्स भी उतना दमदार नहीं बन पड़ा है. फिल्म का नायक खुद को अनप्रिडक्टेबल कहता है। लेकिन डायरेक्टर कुछ एक सीन्स में ही उसे अनप्रिडक्टेबल दिखाने में सफल हुए हैं.
रिव्यू:
कुल मिलाकर ये मूवी एवरेज है, कहानी बहुत दमदार नही है. फिल्म बहुत लम्बी है और उबाऊ है . फिल्म बहुत ही लाउड है.कुछ सीन्स हटा भी दिया जाए तो कोई फर्क नही पड़ेगा. अगर आप राम चरण के फैन हैं तो ये मूवी देखे वरना इस मूवी देख के आपको पुरानी मूवीज़ की ही याद आयेगी.