महाकुंभ को बदनाम करने के लिए अफवाहें और फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में मेला पुलिस ने रविवार शाम सात सोशल मीडिया अकाउंट धारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एसएसपी (कुंभ मेला) राजेश द्विवेदी ने बताया कि मेला कोतवाली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और उसके अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी। साइबर अपराध और मेला पुलिस की एक संयुक्त टीम को मामले की जांच करने और उसके अनुसार कार्रवाई करने का काम सौंपा गया है।
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एक सोशल मीडिया अकाउंट ने फर्जी वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो को बहुत पहले नेपाल में शूट किया गया था। इसमें दावा किया गया था कि परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के कंधों पर तीन शव थे। इस अकाउंट ने आरोप लगाया कि कुंभ भगदड़ में एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और परिवार के सदस्यों को शवों को पोस्टमॉर्टम हाउस से अपने कंधों पर ले जाना पड़ा। उन्होंने मौत का महाकुंभ शीर्षक वाली तस्वीर भी अपलोड की और कहा कि शवों को उनके पैतृक घर भेजने के लिए परिवार को कम से कम एक एम्बुलेंस प्रदान की जानी चाहिए। एसएसपी ने बताया कि जब पुलिस ने इसकी जांच की, तो वास्तविकता सामने आई कि यह नेपाल में फिल्माया गया पुराना वीडियो था।
महाकुंभ को बदनाम करने की कोशिश: पुलिस
एक अन्य सोशल मीडिया अकाउंट में एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें कुछ लोगों ने ने कथित तौर पर एक किडनी निकालने के बाद एक शव को नदी में फेंक दिया था, जो भी नकली था। उन्होंने कहा कि अन्य पांच वीडियो भी नकली पाए गए। एसएसपी ने कहा कि पुलिस इन सोशल मीडिया अकाउंट उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ कुंभ मेले को बदनाम करने के पीछे उनके उद्देश्य की पहचान करने की कोशिश कर रहा है।