बलरामपुर जिले के हर्रैया थाना क्षेत्र के महादेव अतरपरी के मजरे महादेव गांव में द्वारपूजा के समय आतिशबाजी रॉकेट का स्टैंड गिर गया। रॉकेट आसमान के बजाय भीड़ की ओर चल गया। एक-एक कर भीड़ में दस राकेट दगे, जिसमें मां और दुधमुंही बच्ची समेत छह लोग झुलसे हैं। मां बेटी की हालत गंभीर है। उन्हें इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया है। अन्य झुलसे लोगों का इलाज मेमोरियल चिकित्सालय में चल रहा है। पुलिस ने सूझबूझ से काम लेते हुए रात में ही शादी सम्पन्न कराकर दूल्हन की विदाई करा दी और गांव में पुलिस बल तैनात किया है।
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दरअसल, महादेव के निवासी बाबूराम जायसवाल के पुत्री खुशबू की सोमवार को शादी थी। बारात श्रावस्ती जिला के अन्तर्गत सिरसिया निवासी विश्वनाथ जायसवाल के घर से आनी थी। बारात रात करीब दस बजे महादेव गांव पहुंची। देरी होने के कारण जलपान के तुरंत बाद द्वार पूजा कार्यक्रम शुरू हुआ। सिरसिया के कुछ युवक आतिशबाजी का सामान लाए थे। वे आतिशबाजी उड़ाकर डांस कर रहे थे। इसी बीच दस सेट वाले आसमानी राकेट का स्टैंड टेढ़ा हो गया। पलीते में आग लगते ही रॉकेट इरफान के घर की ओर से निकल पड़ा। महिलाएं अपने-अपने दरवाजे पर खड़ी होकर द्वार पूजा देख रही थीं।
एक रॉकेट 35 वर्षीय किताबुन्निशा पत्नी इनफान के पेट से टकराकर फट गया। किताबुन्निशा ने एक माह की दुधमुंही बच्ची माहिरा को गोद में ले रखा था। रॉकेट हवा के बजाए बारी बारी से भीड़ की ओर निकलकर फटता रहा। किताबुन्निशा व माहिरा बुरी तरह झुलस गईं। 24 वर्षीय शबरुन्निशा पत्नी निजाम, 15 वर्षीय मेहरुन्निशा पुत्री इंसाफ व 16 वर्षीय नीलू पुत्री गुल्ले राकेट फटने से चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। रॉकेट फटने पर द्वार पूजा में शामिल लोगों के बीच भगदड़ मच गई। झुलसे लोगों को इलाज के लिए जिला मेमोरियल चिकित्सालय भेजा गया।
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हर्रैया थाना प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह और डायल 112 टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने सभी झुलसे लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजवाया। किताबुन्निशा व माहिरा की हालत गंभीर देखकर उन्हें इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया। अन्य की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
दो गुटों से जुड़ा है मामला, इसलिए पुलिस हुई चौकन्नी
चूंकि मामला दो गुटों से जुड़ा था, इसलिए घटना के बाद पुलिस चौकन्नी हो गई। प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह ने रात दो बजे तक विवाह सम्पन्न करा दिया। उनकी विदाई कराकर घर भेज दिया। गांव की गलियों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई। रात में ही दूल्हे के पिता व उनके चचेरे भाई को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आतिशबाजी किसने की। अतिशबाजी की खरीदारी कहां से हुई थी, इस बात की भी जांच की जा रही है। किताबुन्निशा के घर सन्नाटा पसरा हुआ है। इसी तरह बाबूराम जायसवाल के घर से अधिकांश रिश्तेदार जा चुके हैं। उनके घर भी सन्नाटा पसरा हुआ है।