बलरामपुर जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के खगईजोत के भरिया गांव में शनिवार की सुबह गैस सिलिंडर के धमाके से घर गिरने और सात लोगों के झुलसने में पुलिस फोरेंसिक जांच रिपोर्ट और तहरीर के इंतजार में बैठी है। वहीं गंभीर रूप से झुलसे चार लोगों में दो की हालत बिगड़ गई है। उन्हें लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
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गैस सिलिंडर से हुए धमाके के बाद बलरामपुर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे थे, हादसे की पड़ताल भी की थी।कोतवाली देहात थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। फाेरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लिए हैं, घर में मिले दोनों गैस सिलिंडर सील कर दिए गए हैं। उसकी भी जांच फोरेंसिक टीम करेगी। जांच रिपोर्ट मिलने पर ही पुलिस कोई कदम उठाएगी।
वहीं हादसे में घायल नरेंद्र की पत्नी तारा देवी व उनकी भतीजी पिंकी की हालत गंभीर हो गई है। नरेंद्र ने बताया कि दोनों को लखनऊ मेडिकल काॅलेज के लिए रेफर किया गया है। रविवार को दाेनों को लेकर लखनऊ पहुंच गए हैं, इलाज हो रहा है। इसके साथ ही बहराइच बर्न यूनिट में मीना देवी, कमलेश व अनुराधा का इलाज हो रहा है। संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती तीन लोगों की हालत में सुधार बताया जा रहा है।
भारत पेट्रोलियम गोरखपुर के अधिकारियों ने की जांच
रविवार की सुबह भारत पेट्रोलियम गोरखपुर के असिस्टेंट मैनेजर अभिषेक कुमार सिंह व सेफ्टी अफसर मयंक सिंह बलरामपुर राप्ती गैस एजेंसी के लोगों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटनास्थल और आस पास क्षतिग्रस्त हुए मकान का वीडियो बनाया। उसके बाद घटना के समय घर में गैस का सिलिंडर कहां पर रखा था और घटना कैसे घटी, उसकी पूरी जानकारी नरेंद्र की पुत्री रुचि से ली। घटना के समय आसपास मौजूद लोगों के भी बयान लिए। इसके साथ ही कोतवाली पहुंचकर गैस सिलिंडर के बारे में जानकारी हासिल की। असिस्टेंट मैनेजर का कहना है कि जांच की जा रही है, अभी तक हादसे की वजह स्पष्ट होती नहीं दिख रही है।