महाकुंभ की आलोचना को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि गिद्धों को केवल शव दिखाई देंगे जबकि श्रद्धालुओं ने पुण्य कमाया, गरीबों को रोजगार मिला, अमीरों को व्यापार के अवसर मिले और पर्यटकों को प्रयागराज के मेगा आयोजन में आतिथ्य मिला.
गिद्धों को लाश मिली, सूअरों को गंदगी मिली... जबकि, संवेदनशील लोगों को रिश्तो की सुंदर तस्वीर मिली, सज्जनों को सज्जनता मिली, व्यापारियों को धंधा मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली... जिसकी जैसी नियत थी, दृष्टि थी, उसको वैसा मिला.
उन्होंने कहा, " महाकुंभ की चर्चा हुई है. कई बातें कही गई हैं. अयोध्या के बारे में चर्चा की गई, अच्छा लगा आपने महाकुंभ को स्वीकार किया. अयोध्या को स्वीकार किया. सनातन को स्वीकार किया. मान्यता यही है कि सोशलिस्ट यानी समाजवादी जब अंतिम पायदान पर खड़ा होता है तो उसे धर्म की याद आती है. सीएम योगी ने आगे कहा, "इस बार आप महाकुंभ गए स्नान किया और व्यवस्थाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की. आपने माना कि महाकुंभ में अगर विश्वस्तरीय व्यवस्था नहीं होती तो अब तक 63 करोड़ श्रद्धालु नहीं आते. अभी 26 फरवरी तक यह संख्या 65 करोड़ पार होगी."