उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में नवस्थापित मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय ही देवीपाटन मंडल के चारों जिलों की 167 कॉलेजों की द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा कराएगा। इसके लिए शासन स्तर से जारी निर्देश के आधार पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कॉलेज जिस विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं उसी विवि के सेलेबस पर परीक्षा कराई जाएगी।
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मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रमोद कुमार ने बताया कि देवीपाटन मंडल के गोंडा के एलबीएस समेत 87 और बहराइच के 45 कॉलेज डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या से संचालित हो रहे हैं। इसी तरह से बलरामपुर के 24 और श्रावस्ती के 11 कॉलेज सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थनगर से चल रहे हैं, लेकिन बलरामपुर में मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय स्थापित होने के चलते शासन के निर्देश पर सभी कॉलेजों की सम सेमेस्टर की परीक्षा इसी विवि से कराने की तैयारी की जा रही है।
वर्ष 2024-25 में प्रवेश लेने वाले छात्रों का विश्वविद्यालय अपने संसाधनों पर स्नातक और परास्नातक की परीक्षा कराएगा। सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। संबंधित विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम के आधार पर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। किसी भी विद्यार्थी और शैक्षणिक संस्थान को किसी तरह के संशय में रहने की जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय ने सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए सम सेमेस्टर की परीक्षा कराने का फैसला लिया है। साथ ही समुचित रणनीति के साथ ही छात्रों से जुड़े जरूरी दस्तावेज के साथ ही विश्वविद्यालय अपने स्तर से काम शुरू कर चुका है।
संबंधित विश्वविद्यालय की तरह होगी परीक्षा
संबंधित विश्वविद्यालय की तरह ही मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय सम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा कराएगा। बाकी अन्य परीक्षाएं संबंधित विश्वविद्यालय ही कराएगा। कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय स्थापित होने के बाद अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए सभी से सहयोग मांगा गया है।
मंडल में विश्वविद्यालय स्थापित होने के बाद पहली परीक्षा
लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आरके पांडेय ने बताया कि देवीपाटन मंडल के बलरामपुर जिले में विश्वविद्यालय स्थापित होने के बाद पहली परीक्षा होगी। अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालयों के पास सिर्फ डाटा होता है, जिसे मंगवाकर काम शुरू हो सकता है। इससे न सिर्फ नवस्थापित विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियां बढ़ेंगी, बल्कि मंंडल के जिलों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव होगा।
पहले भी हो चुकी हैं इस तरह से परीक्षाएं
मां पाटेश्वरी देवी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रो० रविशंकर सिंह का कहना है कि पहले भी नवस्थापित विश्वविद्यालय द्वितीय सेमेस्टर की सफलतापूर्वक परीक्षा करा चुके हैं। यह कोई नया काम नहीं हो रहा है। शासन के निर्देश पर ही काम शुरू किया गया है। किसी को पैनिक होने की बात नहीं है। वर्ष 2024-25 में प्रवेश लेने वाले छात्र ने सिर्फ एक सेमेस्टर की परीक्षा दी है। ऐसे में विश्वविद्यालय डाटा मंगवाकर मार्कशीट जारी करेगा।