बलरामपुर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। बस उन्हें निखारने और कौशल दिखाने के लिए मंच की आवश्यकता है। बलरामपुर फर्स्ट टीम के नेतृत्व में बलरामपुर जिले में बलरामपुर महोत्सव कराए जाने की मांग तेज हो गई है। इसमें बलरामपुर जिले के स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिल रहा है।
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18 वर्ष पूर्व हुआ था बलरामपुर महोत्सव का आयोजन
बलरामपुर जिले में लगभग 18 वर्षों से बलरामपुर महोत्सव का आयोजन नहीं हुआ है। जिले में अभी तक हुए महोत्सव के मुख्य सूत्रधार विश्वमोहन श्रीवास्तव बताते है कि प्रशासनिक इच्छा के अभाव से यह आयोजन अब बलरामपुर के लिए इतिहास बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि जनता ने महोत्सव के लिए आवाज बुलन्द की है ऐसे में आशा है कि वर्ष 2025 में बलरामपुर महोत्सव का आयोजन हो सके।
वरिष्ठ पत्रकार सर्वेश सिंह ने बताया कि बलरामपुर महोत्सव से न सिर्फ जिले की प्रतिभाओं को मंच मिलेगा साथ ही यहां की संस्कृति, परंपरा और कला को भी मंच मिलेगा। उन्होंने बताया कि इंडो नेपाल सीमा पर बसे बलरामपुर में थारू समाज के लोग भी रहते है। जिनकी अपनी एक अलग संस्कृति है। ऐसे आयोजन से लोगों तक उनकी कलाकारी, संस्कृति, हस्तशिल्प कला, उत्पाद को भी एक मंच मिलेगा।
जल्द ही सीएम से भी करेंगे मुलाकात
बलरामपुर फर्स्ट की टीम जल्द ही बलरामपुर महोत्सव के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगी। सर्वेश सिंह ने बताया कि ऐसे आयोजन से न सिर्फ जिले की प्रतिभाएं निखरेगी साथ लोगो को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा शीघ्र ही रणनीति बनाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बलरामपुर महोत्सव कराए जाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।