अयोध्या-बलरामपुर बाईपास बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता ने राजस्व टीम गठित की है और बाईपास के सर्वे कराने के लिए उपजिलाधिकारी सदर को पत्र लिखा है. लोक निर्माण विभाग को करीब 70 किसानों के 1.9 हेक्टेयर जमीन को 6 करोड़ 90 लाख 85 हजार रुपये में खरीदना है. इस जमीन पर करीब एक किलोमीटर नई सड़क बनाया जायेगा.
बलरामपुर-अयोध्या बाईपास बनाने की स्वीकृति 15 दिन पहले मिली है. बलरामपुर के लोगों को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए बाईपास बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. 56 करोड़ 34 लाख 87 हजार रुपये की लागत से प्रस्तावित 11.600 किलोमीटर लंबे बाईपास के लिए बजट की प्रथम किस्त 19 करोड़ 72 लाख रुपये मिल गई है.
अनापत्ति मिलने पर होगा सड़कों का चौड़ीकरण
सरयू नहर की पटरियों पर बनी पुरानी सड़कों को चौड़ा व सुदृढ़ किया जाना है इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर अनापत्ति मांगी है. दरअसल डबल लेन से भी ज्यादा साढ़े दस मीटर चौड़े बाईपास का अधिकांश हिस्सा सरयू नहर की पटरियों पर बनी पुरानी सड़कें होंगी, जिसे चौड़ा व सुदृढ़ कराने के लिए अनापत्ति मांगी है. यह मिलने के बाद ही पटरियाें पर बनी सड़कों का चौड़ीकरण होगा.
इन गांवों से गुजरेगा बलरामपुर-अयोध्या बाईपास
बलरामपुर रोड पर पड़रीकृपाल गांव के सरयू नहर पुल से शुरू होने वाला बाईपास लालचंदपुरवा, भरवलिया, केवलपुर, उतरहनपुरवा व मवालीशाह पुरवा होते हुए तुर्काडीहा गांव जाएगा. यहां सरयू नहर पर बने पुल से होते हुए यह मुरावनपुरवा व नौवापुरवा होते हुए यह धनौली बाजार स्थित सरयू नहर पुल पर उतरौला मार्ग से जुड़ जाएगा. इसका दूसरा हिस्सा सोनी गुमटी पुल के आगे बलिदानी केपी सिंह इंटर कालेज के सामने से सोनी हरलाल होते हुए लक्ष्मनपुर व मझवा होते हुए उम्मेदजोत जाकर अयोध्या रोड से मिल जाएगा.
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लोक निर्माण विभाग खंड दो के अधिशासी अभियंता विनोद त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि बाईपास का अधिकांश हिस्सा सरयू नहर की पटरियों के किनारे की सड़कें होंगी. जिसका चौड़ीकरण कराने के लिए सिंचाई विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा है. एक किलोमीटर नई सड़क बनाने के लिए 1.9 हेक्टेयर भूमि किसानों से ली जानी है. जिसके लिए उपजिलाधिकारी सदर को पत्र लिखा है.